
बता दें मुख्यमंत्री रमन सिंह का नामांकन मंगलवार को दाखिल किया गया था. इसके पहले जिला भाजपा अध्यक्ष संतोष अग्रवाल ने उनका एक नामांकन फार्म दाखिल किया था. लेकिन दोनों ही नामांकन पत्रों में रिटर्निंग ऑफिसर की मुहर नहीं लगी है. इसके चलते जिला कांग्रेस कमेटी ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए निर्वाचन आयोग से नामांकन निरस्त किए जाने की मांग की है.
कांग्रेस की आपत्ति पर बीजेपी ने जताई आपत्ति
इसके चलते जिला निर्वाचन अधिकारी ने भाजपा के प्रस्तावक और समर्थक को इस मामले में तलब किया है. इस बारे में सुरेश एच लाल, जिला भाजपा के वरिष्ठ नेता और स्क्रूटनी ने कहा कि जिन आपत्तियों को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराई है उसमें कोई दम नहीं है.
भाजपा नेता ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए उनके द्वारा की गई आपत्ति को निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि कानून के मुताबिक ही फॉर्म भरा गया है, वैधानिक तौर पर ही नामांकन भरा गया है. उन्होंने निर्वाचन आयोग से इस फॉर्म को मंजूर करने की बात कही है.
क्या कहना है भाजपा के वरिष्ठ नेता का
भाजपा नेता ने कहा कि निर्वाचन आयोग द्वारा जारी नामांकन प्रारूप पब्लिक डोमेन में रहता है. लोगों की सुविधा के लिए ये नामांकन पत्र RO ऑफिस से प्राप्त किया जाता है लेकिन अगर वहां से नामांकन फॉर्म नहीं मिला है तो भी तय प्रारूप में नामांकन फॉर्म भरा जा सकता है इसमें कोई भी अवैधानिकता नहीं है.
जिला निर्वाचन अधिकारी जल्द करेंगे फैसला
जिला निर्वाचन अधिकारी ने दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद मामले को जांच में रखते हुए उन्हें आधे घंटे का समय दिया है. निर्वाचन नियमों के अनुसार जिन बिंदुओं पर आपत्ति दर्ज की गई है, उन्हें लेकर नियम खंगाले जा रहे हैं.