विवेक हत्याकांड: प्रदेश सरकार जल्द कर सकती है सीबीआई जांच की सिफारिश
लखनऊ। लखनऊ के बहुचर्चित विवेक हत्याकांड की जांच के बारे में जानकारी लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह को तलब कर रिपोर्ट ली है। विभाग के सूत्रों की माने तो अब आगे की जांच सीबीआई को सौंपने की सिफारिश की जा सकती है। मुख्यमंत्री को सौंपी अब तक की जांच रिपोर्ट में पुलिस महानिदेशक ने बताया कि लखनऊ आईजी सुजीत पाण्डेय के नेतृत्व में एसआईटी की टीम ने जांच शुरू कर दी है। रविवार को घटनास्थल का जायजा लेकर एसआईटी ने वाहनों की जांच कर साक्ष्य जुटाये हैं। चौराहे पर लगे सीसीटीवी फुटेज को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है।
जैसा कि आरोपित सिपाहियों ने बताया था कि विवेक तिवारी की गाड़ी खड़ी थी लेकिन तस्वीरों में साफ है कि गाड़ी चलती पाई गई। सिपाही प्रशांत चौधरी ने यह भी कहा था कि विवेक ने उसके ऊपर तीन बार गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया था, लेकिन तस्वीरें साफ कह रही हैं कि कार पहले चल रही थी। यानी मौके पर विवेक के साथ मौजूद उसकी महिला मित्र का बयान सही पाया गया है। फुटेज में यह भी देखा गया है कि चौराहे के एक साइड पर कार चल रही थी, जबकि दूसरी साइड से मोटर साइकिल सवार पुलिसकर्मी कार को रोकने के लिए आगे आये हैं। इस घटना की चश्मदीद गवाह सना ने भी यही बताया था।
एसआईटी टीम का नेतृत्व कर रहे आईजी सुजीत पाण्डेय ने बताया कि एसआईटी की पूरी कोशिश होगी कि जांच जल्द से जल्द पूरी कर ली जाय। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के निर्देश दिये हैं। विभागीय सूत्रों की माने तो यूपी सरकार विवेक हत्याकांड की अब तक हुई जांच की रिपोर्ट पर जल्द ही सीबीआई जांच के आदेश की सिफारिश केन्द्र सरकार से कर सकती है।
गौरतलब है कि शुक्रवार रात करीब पौने दो बजे पुलिस कर्मियों ने एप्पल कम्पनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की गोली मार हत्या कर दी थी। हत्या की चश्मदीद गवाह सना ने सिपाही प्रशांत व संदीप के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि दूसरी एफआईआर रविवार की देर रात मृतक की पत्नी कल्पना तिवारी ने दोनों सिपाहियों के खिलाफ दर्ज कराई थी। साथ ही उन्होंने इस हत्याकांड की सीबीआई जांच के लिए पति का शव रखकर धरना दिया था। सोमवार को मुख्यमंत्री से मिलने के बाद कल्पना ने कहा कि मेरी जो भी मांग थी, वह सरकार ने स्वीकार कर ली है। आरोपितों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है और मैं उनकी बातों से पूरी तरह से संतुष्ट हूं।