योगी के मंत्री के फिर बिगड़े बोल; भाजपा को दी चेतावनी, बोली ये बड़ी बात…
नई दिल्ली: अपने विवादित बयानों से हमेशा टॉप लिस्ट में में रहने वाले योगी सरकार के मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बलिया में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर एक बार फिर हमला किया। उन्होंने कहा, गरीब तुम्हारा (बीजेपी) नोट भी लेगा, मुर्गा भी खाएगा पर तुम्हें वोट नहीं देगा। अगर तुने काम नहीं किया तो। गोरखपुर, फूलपुर, कैराना और नूरपुर का रिजल्ट याद करना। आगे उन्होंने कहा, पिछड़ी जाति के 27% आरक्षण का बंटवारा करो नहीं तो ये सोच लेना की 2019 में यूपी में खाता नहीं खुलने दूंगा।
Garib tumhara (BJP) note bhi lega, murga bhi khaayega par tumhe vote nahi dega agar tune kaam nahi kiya toh. Gorakhpur, Phulpur, Kairana aur Noorpur ka result yaad karlena: UP Minister OP Rajbhar in Ballia yesterday pic.twitter.com/nayXSdpAfh
— ANI UP (@ANINewsUP) October 14, 2018
ऐसा नहीं राजभर ने पहली बार बीजेपी पर हमला नहीं किया हो। इससे पहले भी उन्होंने कई बार हमले किए हैं। उन्होंने एक बार कहा था मेरी लड़ाई सीधे मुख्यमंत्री से है और इसका फैसला सिर्फ अमित शाह ही करेंगे। पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राजभर ने रसड़ा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में ‘रामायण’ का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, ‘लव और कुश की राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न से लड़ाई सिद्धांत को लेकर हुई थी। महर्षि वाल्मीकि ने हस्तक्षेप कर उनके बीच युद्ध को रोका था। हमारी लड़ाई मुख्यमंत्री से है, बीच में आकर फैसला अमित शाह कराएंगे।’ राजभर ने बाद में हालांकि अपने बयान पर सफाई भी दी थी। उन्होंने कहा था कि वह सरकार के खिलाफ नहीं बोल रहे हैं, बल्कि उसे जनता की भावनाओं को लेकर आईना दिखा रहे हैं।
Pichaadi jaati ke 27% aarakshan ka bantwara karo nahi toh yeh soch lena ki 2019 mein UP mein khata nahi khulne dunga: UP Minister OP Rajbhar in Ballia yesterday pic.twitter.com/GdXx4N2T4v
— ANI UP (@ANINewsUP) October 14, 2018
एक बार उन्होंने कहा था कि सरकार में रहते हुए भी उनकी लगातार उपेक्षा हो रही है। उन्होंने कहा था कि, ‘हालांकि हम अभी बीजेपी के साथ गठबंधन में हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या बीजेपी ने राज्यसभा और गोरखपुर तथा फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशी तय करने से पहले हमसे कोई सलाह ली थी?’
राजभर ने कहा था कि बीजेपी ने नगरीय निकाय चुनाव में अपने प्रत्याशी खड़े किए, लेकिन क्या तब उसने गठबंधन धर्म निभाया? यहां तक कि लोकसभा उपचुनाव में भी बीजेपी ने अपने सहयोगी दलों से यह नहीं पूछा कि उपचुनाव में उनकी क्या भूमिका होगी? उन्होंने यह भी कहा था कि जब तक बीजेपी का कोई नेता उनसे नहीं पूछेगा तब तक बात आगे नहीं बढ़ेगी। गौर हो कि राजभर की पार्टी ‘सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी’ (सुभासपा) ने पिछला विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था और उसके कोटे के चार विधायक जीते थे।