स्टंट के दौरान हुआ हादसा, जबड़ा चीरके निकली सरिया, देखिए दर्दनाक तस्वीरें
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के हुसैनगंज के फूलबाग का रहने वाले एक युवक को स्टंटबाजी करना महंगा पड़ गया है। गाड़ी टकराने के बाद ग्रिल की नोंक उसकी ठोड़ी से जुबान को चीरते हुए धंस गई। जिसके बाद ट्रॉमा के डॉक्टरों ने दो घंटे की जटिल सर्जरी करके उन्होंने मरीज की जान बचाई। दरअसल यहां के रहने वाले 24 वर्षीय मोहम्मद कोनन गुरुवार की देर रात गोमतीनगर में स्टंटबाजी का शिकार हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने पुलिस ने ट्रीगार्ड में गर्दन फंसा देख तुरंत ही लोहार को बुलाया। उसने ऑरी से ट्रीगार्ड का हिस्सा काटा। उस कटे हुए गर्दन में फंसे हिस्से को लेकर तुरंत ही बिना देरी किए पुलिस ने कोनन को ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया।
जिसके बाद सर्जरी विभाग के डॉ. समीर मिश्रा ने ऑपरेशन करने की ठानी। डॉ. समीर ने बताया कि करीब दो घंटे तक जटिल सर्जरी की गई। ऑपरेशन कर लोहे का ट्री गार्ड निकाला गया। उन्होंने बताया कि युवक न तो बैठ पा रहा था और न ही लेट पा रहा था। ऐसे में उसको बेहोशी देना बहुत ही कठिन था।
जिसके बाद युवक को नाक से बेहोशी की दवा दी गई। उन्होंने बताया कि इस तरह से अभी तक कैंसर के मरीजों को ही एनेस्थीसिया दी जाती रही है। पहली बार जख्मी मरीज को नाक से बेहोश किया गया। प्रभारी निरीक्षक त्रिलोकी सिंह ने बताया कि युवक की ऑपरेशन करके लोहे की ग्रिल निकाल दी गई है। अब उसकी हालत खतरे से बाहर है।
ये डॉक्टर बने मसीहा
ट्रॉमा सर्जरी में डॉ. समीर मिश्रा के साथ डॉ. यादवेंद्र धीर, डॉ. यू. सिंह, डॉ. देवांशू, एनेस्थीसिया के डॉ. अंशू सिंह, डॉ. ज्योति रावत, डॉ. ज्योति चौधरी युवक के ऑपरेशन और जान बचाने में मसीहा बने।