मुरादाबाद । सहायक निदेशक मत्स्य एससी वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना का शुभारंभ हो गया है। 7 फरवरी से 16 फरवरी तक आवेदन कर सकते हैं।
एससी वर्मा ने आगे बताया कि मनरेगा कनवर्जेन्स अथवा पट्टाधारक द्वारा स्वयं अथवा अन्य विभागों के माध्यम से सुधारे गये ग्राम सभा व अन्य पट्टे के तालाबों में मत्स्य उत्पादन हेतु प्रथम वर्ष निवेश यथा मत्स्य बीज, मत्स्य पूरक आहार, जलापूर्ति संसाधन, दवाएं, जाल आदि के क्रय पर अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। मनरेगा कनवर्जेन्स अथवा पट्टाधारक द्वारा स्वयं अथवा अन्य विभागों के माध्यम से सुधारे गये ग्राम सभा व अन्य पट्टे के तालाबोंमें मत्स्य बीज बैंक की स्थापना हेतु स्पान, फ्राई, मत्स्य पूरक आहार जलापूर्ति संसाधन, हापा एवं जाल आदि के क्रय पर अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा।
सहायक निदेशक मत्स्य ने आगे कहा कि उक्त योजना में विभागीय वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आनलाइन आवेदन 7 फरवरी से 16 फरवरी तक किए जा सकेंगे तथा योजना में तालाबों के ऐसे सभी पट्टाधारक आवेदन कर सकते हैं जिनके पट्टे की अवधि में न्यूनतम 04 वर्ष अवशेष हो। योजना हेतु आवेदक इकाई लागत रुपये 4.00 लाख प्रति हेक्टेयर पर 40 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा। एक आवेदक को योजनान्तर्गत अधिकतम 2.0 हेक्टेयर जलक्षेत्र तक लाभ अनुमन्य है। योजनान्तर्गत परियोजनाओं का विवरण, इकाई लागत आवेदन करने की प्रक्रिया, आवेदन के साथ सलंग्न किए जाने वाले अभिलेख व विस्तृत विवरण विभागीय वेबसाइट पर देखा जा सकता है। इस योजना के संबंध में मत्स्य विभाग के कार्यालय से किसी भी कार्यदिवस में विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है।