लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी शिकस्त के बाद अब अपने बयानों ने सुर्खियों में रहने वाले नवजोत सिंह सिद्धू की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं. दरअसल हाल ही में सिद्धू ने दावा किया था कि अगर स्मृति ईरानी अमेठी से राहुल गांधी को हराने में कामयाब रहती हैं तो वे पॉलिटिक्स छोड़ देंगे. राहुल गांधी की ऐतिहासिक हार के बाद सिद्धू का बयान उनके लिए गले की फांस बन गया है.
जैसे ही साफ हो गया कि स्मृति ईरानी के हाथों राहुल गांधी की अमेठी में हार हो गई है, ट्विटर पर यूजर सिद्धू को उनके वादे की याद दिलाने लगे. कई लोग सोशल मीडिया पर सिद्धू को उनके बयान पर कायम रहने के लिए कह रहे हैं और उन्हें राजनीति से सन्यास लेने की मांग कर रहे हैं.
शुक्रवार को ट्विटर पर हैशटैग सिद्धू क्विट पॉलिटिक्स ट्रेंड होता रहा. सिद्धू को उनका वादा याद दिलाते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि “सिद्धू अगर असली सरदार हो तो क्विट करो.”
Will you live up to your words now @sherryontopp, now that Amethi has clearly demonstrated their support for @smritiirani and BJP?
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) May 24, 2019
बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो ने भी ट्वीट किया, “क्या आप अब भी अपनी बात पर रहेंगे, जब अब अमेठी ने सीधे तौर पर स्मृति ईरानी और बीजेपी को अपना समर्थन दे दिया है?”
लेकिन सिद्धू के लिए ये इकलौती परेशानी नहीं है. उनको पंजाब कैबिनेट से हटाने की कवायद ने तेज हो गई है. जानकारों की मानें तो राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ ही बड़े नेताओं से सिद्धू को मंत्रिमंडल से हटाने की बात कर ली है.
कैप्टन के अलावा राज्य के कई मंत्री भी इस कवायद में लगे हुए हैं. पंजाब कैबिनेट के मंत्रियों का कहना है कि लोकसभा चुनावों में सिद्धू की बयानबाजी और हरकतों के कारण कैप्टन अमरिंदर के साथ-साथ राहुल गांधी की छवि भी खराब हुई है.