मायावती ने गठबंधन तोड़ने का किया आधा ऐलान, अब क्या करेंगे अखिलेश ?
बुआ-बबुआ का गठबंधन बस टूटने ही वाला है. बसपा सुप्रीमो मायावती की आज की प्रेस कॉन्फ्रेंस साफ इशारा देती है कि गठबंधन से उनका मोहभंग हो गया है. उन्होंने यूपी की 11 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में अकेले लड़ने का ऐलान किया है. ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव अब क्या करेंगे?
लखनऊ में बीएसपी की एक बैठक में मायावती कहा कि यादव वोट बसपा को नहीं मिला. यहां तक कि गठबंधन को भी पूरा नहीं मिला. उन्होंने साफ़ किया कि यदि वोट मिला होता तो समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव अपने घर की सीटें ना हारते. लिहाजा, अब गठबंधन की समीक्षा की जाएगी. यूपी के सभी बसपा सांसदों और जिलाध्यक्षों के साथ बैठक में मायावती ने कहा कि पार्टी सभी विधानसभा उपचुनाव में लड़ेगी और अब 50 फीसदी वोट का लक्ष्य लेकर राजनीति करनी है.
बसपा सुप्रीमो ने आज बीएसपी की बैठक में समाजवादी पार्टी से अलग हो अपना दल बनाकर चुनाव लड़ने वाले शिवपाल यादव का नाम तीन बार लिया. उन्होंने कहा कि शिवपाल ने कई जगहों पर यादव वोट को बीजेपी के लिए ट्रांसफ़र करा दिया. उन्होंने सीधे सीधे शिवपाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो बीजेपी से मिले हुए हैं.
बता दें कि बसपा ने इस बार के लोकसभा चुनाव में 2014 के मुकाबले भले ही बेहतर प्रदर्शन करते हुए 10 सीटें जीती हैं, लेकिन अपेक्षा के मुताबिक गठबंधन को कम सीटें मिली हैं.