जुनैद बट : कश्मीर का वो फोटो-एक्टिविस्ट, जो कैमरे से बदल रहा दुनिया
प्रोफेशनल फोटोग्राफी आसान काम नहीं, और ये काम तब और मुश्किल हो जाता है जब आप जम्मू-कश्मीर से हों. आए दिन होते आतंकी हमले और अकसर लगने वाले कर्फ्यू के बीच कैमरा लेकर निकलना. ये तभी मुमकिन है जब दिल में एक जुनून हो. ऐसे ही जुनूनी शख्स हैं जुनैद बट.
25 साल के जुनैद बट आज एक जाने-माने फोटोग्राफी एक्टिविस्ट है. मतलब अपने कैमरे के जरिए वो दुनिया को कश्मीर की वो तस्वीर दिखाते हैं, जो आम तौर पर सामने नहीं आती. लेकिन 2013 में शुरु हुआ उनका ये सफर न तब आसान था, और न आज आसान हुआ है.
2013 में जुनैद ने पहली बार कैमरा देखा. खामोश तस्वीरों के जरिए एक बोलती कहानी बताने का उनको चस्का लग गया. शौकिया तौर पर अपने मोबाइल फोन के कैमरे से जुनैद ने फोटो खींचनी शुरु कीं. धीरे-धीरे ये शौक उनकी जिंदगी के मकसद में तब्दील हो गया.
दरअसल जुनैद को एक बात बेहद चुभती थी. वो ये कि लोग सिर्फ श्रीनगर की तस्वीरों को ही पूरा कश्मीर मान लेते थे. कश्मीर वादी के दूसरे हिस्सों की तरफ ध्यान कम ही दिया जाता था. जमीन पर जन्नत के इस अनछुए हिस्से को सबको दिखाने के मोटीवेशन ने जुनैद को एक फोटोग्राफर बना दिया.
वो 3 साल तक फोटो खींचते रहे लेकिन उनके काम को दुनिया देख नहीं पा रही थी. इसीलिए उन्होंने एक स्थानीय अखबार को अपनी तस्वीरें भेजीं. अगले ही दिन अखबार में जुनैद की खींची हुई तस्वीरें छप गईं. फिर क्या था, जुनैद ने तमाम अखबारों को अपना काम ई-मेल करना शुरु कर दिया.
जब कश्मीर के सबसे बड़े अंग्रेजी अखबार ‘ग्रेटर कश्मीर’ ने जुनैद बट की फोटोग्राफ्स को अपने पन्नों में जगह दी, वो उनके लिए एक ख्वाब पूरा होने सरीखा था. तब से आजतक जुनैद लगातार अपने कैमरे के जरिए कश्मीर की तस्वीर सबको दिखा रहे हैं. आज देश और दुनिया के बड़े-बड़े अखबारों और पत्रिकाओं में जुनैद बट की मेहनत को जगह मिल चुकी है.