बुजुर्ग ने 2 साल तक झेला पेट दर्द, गर्भाशय से जो निकला, जानकर रह जाएंगे सन्न
महिलाओ के सेहत की बात करें तो कई महिलाएं पेट मे उठने वाले दर्द को नजरअंदाज करती जाती हैं और उन्हें पता भी नही चलता कि वो इस तरह कितने बड़े रोग से ग्रसित हो जाती हैं। आज एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां एक महिला 2 सालों से पेट दर्द से पीड़ित थी। दर्द का ऐसा आलम था कि वो देखते देखते जमीन पर गिरकर दर्द से कराहने लगती थी।
2 साल से था दर्द
इस तरह दर्द को झेलते-झेलते उसने 2 साल गुजर दिए लेकिन दर्द ठीक होने का नाम ही नही ले रहा था। जब यह पीड़ा असहनीय होने लगी तो वह डॉक्टर के पास पहुंची और जांच के बाद जो पता चला उसे सुनकर आपके भी पैरों तले जमीन खिसक जाएगा। चलिये जानते हैं पूरा मामला जिसने कईयों की नींद उड़ा दी है…
दरअसल यह मामला इंदौर शहर से आया है जहां बड्डी पति केगला नामक महिला पीथमपुर गांव में रहती थी। केगला बताती है कि उसके पेट मे पिछले 2 सालों से असहनीय दर्द होता था लेकिन थोड़ा नार्मल हो जाने पर वह भूल जाती थी। लेकिन अभी कुछ दिनों पहले 17 जनवरी को उसके पेट मे जोर का दर्द उठा और यह पीड़ा उसके सहनशक्ति पर भारी पड़ गया। पीड़ा को नही रुकते देख वह झाबुआ जिले के नजदीक सरकारी अस्पताल में इलाज करवाने पहुंची। जहाँ जांच के दौरान कार्यरत डॉक्टर बीएस बघेल ने बताया कि सोनोग्राफी के बाद ही रोग का पता चल सकता है। अभी भी महिला दर्द से कराह रही थी और ऐसी पीड़ा देखने के बाद डॉक्टर्स भी हैरान थे क्योंकि वो 2 सालों से इसे सहती आ रही थी।
रिपोर्ट देखकर डॉक्टर हैरान
बता दें कि सोनोग्राफी एक तरह का अल्ट्रासाउंड ही होता है जिसके तहत हम पेट के आंतरिक हिस्सो के विकार के बारे में पता कर पाते हैं। जानकारी से पता चलता है कि जैसे ही सोनोग्राफी की रिपोर्ट डॉक्टर ने देखा उनकी आंखें भी खुली की खुली रह गयी क्योंकि उस महिला के गर्भाशय में करीबन 3 किलोग्राम का गठान था जो इतने दिनों से पीड़ा की असली वजह था। जांच के बाद डॉक्टर ने ऑपरेशन करने की बात की क्योंकि इसे निकालने के अलावा कोई इलाज नही था जिससे इसे खत्म किया जा सके।
परिजनों ने खुद को असमर्थ बताया तब जाकर डॉक्टर्स ने आस्वाशन दिया कि ये सरकारी अस्पताल है और इलाज भी मुफ्त में की जाएगी। साथ ही बता दें कि ऐसे केस में दवाई से इलाज संभव नही होता बल्कि उस बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए ऑपरेशन जरूरी होता है।
डेढ़ घंटे चला ऑपरेशन
गुरुवार के दिन उनके ऑपरेशन के दिन निर्धारित किया गया था और परिजन निर्धारित समय पर महिला को लेकर अस्पताल पहुंच गए। चूकि यह बेहद नाजुक केस था इसलिए इस ऑपरेशन के लिए डॉ. बघेल व ऐनेस्थेटिक डॉ. एसएस चौहान जैसे स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स को बुला गया था। बता दें कि यह ऑपरेशन करीब 1.5 घंटे तक चला जिसके बाद डॉक्टर्स थिएटर से बाहर निकले। उनके हाथ में 3 KG का गठान था।
डॉक्टर्स ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि अब वह महिला बिल्कुल ठीक है और कुछ दिनों में वापस अपने घर जाकर साधारण लोगो की तरह जीवन व्यतीत कर सकती है। आज भी कई महिलाओ के साथ ऐसे केस देखे जाते हैं और समय पर पता नही चलने पर यह जानलेवा साबित हो सकता है।