CBI : और बाद विवाद, छुट्टी के खिलाफ SC पहुंचे सीबीआई डायरेक्टर
नई दिल्ली : CBI (केंद्रीय जांच ब्यूरो) के टॉप 2 अफसरों के बीच की लड़ाई और गहरी होती जा रही है। देश की सबसे बड़ी जाएं एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) इस समय मुश्किल समय से गुजर रही है।देश की सबसे बड़ी प्रतिष्ठित एजेंसी के भीतर की जंग खुलकर पब्लिक में आने के बाद केंद्र सरकार ने डैमेज कंट्रोल के तहत सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्माऔर स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया।
CBI's JD (P)Arun Kumar Sharma, A Sai Manohar, HoZ V Murugesan and DIG Amit Kumar have been transferred/posted. They were a part of the team probing the case against CBI's Rakesh Asthana. pic.twitter.com/VWgI8KgkWU
— ANI (@ANI) October 24, 2018
सरकार ने मामले में मंगलवार रात दखल दिया और अप्रत्याशित कदम उठाते हुए जांच एजेंसी के निदेशक आलोक वर्मा से पहले कार्यभार वापस लिया और फिर उन्हें एवं सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना दोनों को छुट्टी पर भेज दिया। इसके साथ ही सरकार ने एक और आदेश जारी करते हुए कहा कि एम नागेश्वर राव तत्काल प्रभाव से सीबीआई के निदेशक होंगे। नागेश्वर 1986 बैच के ओडिशा कैडर के अधिकारी हैं। राव सीबीआई में ही ज्वाइंट डायरेक्टर के पद पर हैं।
CBI DIG MAnish Kumar Sinha, DIG Taurn Gauba, DIG Jasbir Singh, DIG Anish Prasad, DIG KR Chaurasia, HoB Ram Gopal and SP Satish Dagar have been transferred. They were probing the case against CBI's Rakesh Asthana. pic.twitter.com/jOEkOMld9m
— ANI (@ANI) October 24, 2018
सीबीआई मुख्यालय के कमरे को सील नहीं किया गया : प्रवक्ता
सीबीआई के प्रवक्ता का कहना है कि नागेश्वर राव ने सीबीआई के अंतरिम निदेशक पद का कार्यभार संभाल लिया है। प्रवक्ता का कहना है कि जांच एजेंसी के मुख्यालय के किसी कमरे को सील नहीं किया गया।
वर्मा ने सरकार की कार्रवाई को ‘अवैध’ बताया
सीबीआी के निदेशक आलोक वर्मा ने पद से हटाए जाने सरकार के फैसले को ‘अवैध’ बताया है। आलोक वर्मा सरकार की इस कार्रवाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। वर्मा की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है और उनकी इस याचिका पर 26 अक्टूबर को सुनवाई होगी।
सूत्रों ने बताया कि ऐसी सूचना है कि बुधवार सुबह सीबीआई मुख्यालय पर रेड पड़े और कार्यालय को सील कर दिया गया। इसके बाद मुख्यालय में बाहरी लोगों का प्रवेश रोक दिया गया। बताया गया कि सीबीआई के 10वें एवं 11वें तल की तलाशी ली गई। वर्मा और अस्थाना दोनों के कार्यालयों को सील कर दिया गया है। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यालय को दोबारा खोल दिया गया है।
सीबीआई के दोनों आला अफसरों वर्मा और अस्थाना ने एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। आलोक वर्मा ने जांच एजेंसी के दूसरे नंबर के अधिकारी अस्थाना पर प्राथमिकी दर्ज कराई। वहीं, दिल्ली हाई कोर्ट ने अस्थाना को राहत देते हुए उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। यह मामला प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच गया है।