नई दिल्ली 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में आंदोलन चलाने वाले योग गुरु बाबा रामदेव ने अब अपने रुख में बदलाव कर लिया है। उन्होंने साफ कहा है कि वह 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान राजनीति से दूर रहेंगे। मीडिया से बात करते हुए योग गुरु ने कहा कि उनकी राजनीतिक भूमिका बहुत सीमित ही रही है।
I work with the philosophy of the nation first, hence, my political role is limited to ensure that the country is governed by good people: Yoga Guru Ramdev. (8.10.18) pic.twitter.com/yDjx1RcZLL
— ANI (@ANI) October 9, 2018
यह पूछे जाने पर कि क्या वह आगामी चुनावों में किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन करेंगे, तो बाबा रामदेव ने कहा, मैंने खुद को देश सेवा में गैर-राजनीतिक रूप में देखा है। मेरा मानना है कि देश को अच्छे लोग ही शासित करें। उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने राष्ट्र निर्माण, चरित्र निर्माण, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों के लिए समर्पित किया है। इसलिए, मैं अपने को गैर-राजनीतिक रूप में देखता हूं, जो मां भारत की सेवा में समर्पित है।’
बाबा रामदेव ने कहा, ‘मैं पहले देश के दर्शन के लिए काम करता हूं, इसलिए मेरी राजनीतिक भूमिका यह तय करने के लिए सीमित है कि अच्छे लोगों द्वारा देश शासित रहे।’ बता दें कि इसी साल जून भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए बाबा रामदेव से मिले थे। इस दौरान उन्होंने चुनावों में पार्टी के लिए योग गुरु का सपोर्ट मांगा था।
बता दें कि पिछले 4 वर्षों के दौरान अनेकों अवसरों पर बाबा रामदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व के साथ उनकी सरकार के कामों की तारीफ कर चुके हैं। लेकिन, मोदी सरकार के खिलाफ इन दिनों माहौल पहले जैसा नहीं रहा है। विपक्ष के साथ आम लोगों में भी सरकार के खिलाफ कई मुद्दों पर नाराजगी देखने को मिल रही है।