शिवपाल का फुलप्रूफ प्लान, अखिलेश हुए बेचैन, कैसे करें घर का बचाव?
समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का गठन करने वाले शिवपाल सिंह यादव अब कांटा से कांटा निकालने में लगे हैं. अब वह समाजवादी पार्टी से खफा नेताओं को अपने साथ जोड़कर समाजवादी पार्टी के खिलाफ खड़ा कर रहे हैं. वह समाजवादी पार्टी नेताओं को तोड़कर उसी पार्टी के खिलाफ खड़ा कर रहे हैं. जाहिर है, अखिलेश यादव के लिए उनका यह अभियान बड़ा झटका माना जा रहा है.
अखिलेश यादव का साथ छोड़कर नेताओं का शिवपाल यादव के साथ जुडऩे का सिलसिला जारी है. इसके साथ ही शिवपाल सिंह यादव अपने सेकुलर मोर्चा को मजबूत करने के लिए लगातार समाजवादी पार्टी के नेताओं को तोड़कर अपने मोर्चे में बड़ा पद देते जा रहे हैं. शिवपाल ने हाल ही में 30 जिला अध्यक्षों की सूची जारी की है. इसमें भी समाजवादी पार्टी के नेताओं के नाम ही नजर आए.
अब तक शिवपाल सिंह यादव सपा के जिन नेताओं को अपने साथ लाने में सफल रहे हैं, उनमें यादव और मुस्लिम चेहरे ज्यादा हैं. पारंपरिक तौर पर यादव तथा मुस्लिम समाजवादी पार्टी का मजबूत वोटबैंक माने जाते रहे हैं. शिवपाल ने जब से मोर्चे का गठन किया है. उनका प्रयास अखिलेश यादव के इसी वोटबैंक में सेंधमारी करने का है.
सेकुलर मोर्चा ने अपने प्रवक्ताओं की लिस्ट में भी जिन चेहरों को शामिल किया है. वह सभी सपा में रह चुके हैं. इसके अलावा एक समय में सपा के मुख्य प्रवक्ता रहे मोहम्मद शाहिद भी पिछले दिनों शिवपाल यादव के साथ जुड़ गए हैं. हालांकि अभी भी बहुत से सपाई नेता व कार्यकर्ता इतंजार करने के विकल्प को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं. उन्हें अभी भी उम्मीद है कि सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव बीच का कोई रास्ता जरूर निकाल लेंगे.