रणजी ट्रॉफी इतिहास के 5 सबसे हैरान कर देने वाले रिकॉर्ड, जानकर आपको भी लगेगा शॉक!
रणजी ट्रॉफी भारत का सबसे बड़ा प्रथम श्रेणी क्रिकेट टूर्नामेंट हैं. भारत की टेस्ट टीम में जगह बनाने के लिए रणजी ट्रॉफी को आधार माना जाता हैं. इस बेहद खास प्रतियोगियता में होनहार बल्लेबाज और प्रतिभाशाली गेंदबाजों द्वारा कई ऐतिहासिक प्रदर्शन देखने को मिलते हैं.
आज इस लेख में हम रणजी ट्रॉफी इतिहास के 5 सबसे हैरान कर देने वाले रिकार्ड्स के बारे में जानेगे.
1) रवि शास्त्री के एक ओवर में 6 छक्के
एक ओवर में छह छक्के मारना खेल के किसी भी फॉर्मेट में एक अविश्वसनीय उपलब्धि है. हालांकि, लंबे प्रारूपों में, बल्लेबाज आक्रामक तरीके से खेलना पसंद नहीं करते हैं. इसके बावजूद भारत के पूर्व बल्लेबाज रवि शास्त्री ने 1985 में बॉम्बे के ओर से खेलते ये कारनामा किया था.
2) प्रेग्मांशु चटर्जी के असम के विरुद्ध 20 रन देकर 10 विकेट
एक पारी में 5 विकेट लेना भी एक गेंदबाज के लिए काफी बड़ी उपलब्धि होती है. हालाँकि, 1956 में, बंगाल के मध्यम तेज गेंदबाज प्रेग्मांशु चटर्जी ने असम के खिलाफ सभी दस विकेट लिए थे. इस मैच में उन्होंने सिर्फ 20 रन देकर असम के 10 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा था.
3) राजिंदर गोएल- 750 विकेट
पूर्व फिरकी गेंदबाज राजिंदर गोएल को भारत के लिए कभी अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिल पाया, हालाँकि वह रणजी ट्रॉफी क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल गेंदबाज हैं. पूर्व दिग्गज ने रणजी ट्रॉफी के 157 मैचों में 750 विकेट झटके.
4) बन्दीप सिंह 15 गेंद पर अर्द्धशतक
जम्मू और कश्मीर के बल्लेबाज के बन्दीप सिंह रणजी ट्रॉफी इतिहास की सबसे तेज फिफ्टी लगाने वाले बल्लेबाज हैं. स्टार बल्लेबाज त्रिपुरा के विरुद्ध सिर्फ 15 गेंदों पर अर्द्धशतक लगाने का कारनामा किया था.
5) विजय मर्चेंट की 98.75 की औसत
रणजी ट्रॉफी में एक भी शतक बनाना इस टूर्नामेंट को खेलने वाले प्रत्येक बल्लेबाज का सपना होता है. विजय मर्चेंट ने रणजी ट्रॉफी मैचों में 98.75 के औसत के साथ निरंतरता से रन बनाये. उन्होंने बॉम्बे के लिए सिर्फ 47 पारियों में 3639 रनों में 16 शतक भी लगाए.