मायावती को बगावत बर्दाश्त नहीं, बड़े मुस्लिम नेता को किया बाहर
दुनिया जानती है कि बसपा सुप्रीमो मायावती को धोखेबाजी और बगावत जरा भी बर्दाश्त नहीं है. ऐसा करने वालों के लिए मायावती के पास एक ही सजा है. पार्टी से बाहर का रास्ता. इसी वजह से मायावती ने शनिवार को एक बड़े मुस्लिम नेता को बहुजन समाज पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
दरअसल लोकसभा और राज्यों के चुनाव करीब आने की वजह से बसपा प्रमुख मायावती ने अब संगठन पर पैनी निगाह रखनी शुरू कर दी है. इसी वजह से वो किसी भी बगावत की सुगबुगाहट भर से बड़ा कदम उठा रही हैं. बहुजन समाज पार्टी की मुखिया ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए अपनी पार्टी के जिस नेता को बाहर का रास्ता दिखा दिया है वो कोई और नहीं बल्कि अलीगढ़ के नेता जमीरउल्लाह हैं.
बसपा जिलाध्यक्ष तिलकराज यादव ने बताया कि उनको पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से बसपा से निकाला गया है. हाजी जमीरउल्लाह साल भर पहले ही बसपा में शामिल हुए थे. बहुजन समाज पार्टी में हाजी जमीरउल्लाह समाजवादी पार्टी से आये थे. आपको बता दें कि वो दो बार विधायक रह चुके हैं और बड़े नेता हैं.
जमीरउल्लाह समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के करीबी माने जाते हैं. यही कारण रहा था कि जब विधानसभा चुनाव 2017 में सैफई परिवार में कलह हुई, तो शिवपाल के साथ नाम जुड़ा होने के कारण जमीरउल्लाह का टिकट काटा गया. जमीरउल्लाह ने बसपा का दामन थाम लिया था, लेकिन अब जब बसपा का साथ छूट गया है, तो उनका समाजवादी सेक्युलर मोर्चे में जाना तय माना जा रहा है.