जिन पुलिसवालों ने लव जिहाद के नाम पर लड़की को पीटा, उनको योगी ने गोरखपुर बुला लिया

पिछले दिनों मेरठ में एक लड़की को पुलिस वालों ने सिर्फ इसलिए पीटा क्योकि वो अपने मुस्लिम ‘दोस्त’ के साथ पढ़ाई कर रही थी। आमतौर पर दोस्तों में हिंदू-मुस्लिम नहीं होता वो सिर्फ एक दोस्त होते हैं। मगर योगी राज में न सिर्फ इन्हें अपराधी माना गया बल्कि एक लड़का और लड़की के बीच संबंध के नाम पर दोनों को सारेआम बदनाम किया गया।
पुलिस द्वारा की गई बदसलूकी का वीडियो वायरल हुआ और देश-दुनिया में प्रदेश के कानून व्यवस्था पर सवाल उठने लगे।
अब इस मामले में नया मोड़ आया है। मेरठ एसएसपी की मानें तो हेड कांस्टेबल सालेक चंद, कांस्टेबल नीतू सिंह और कांस्टेबल प्रियंका को पहले सस्पेंड किया गया था मगर अब उनका गोरखपुर ट्रान्सफर कर दिया गया है।
दरअसल यूपी के मेरठ में एक मेडिकल की स्टूडेंट अपने दोस्त के यहां गई हुई थी। तभी अचानक वहां वीएचपी के लोग आ धमके। काफी देर तक मारा पीटा जिसके बाद पुलिस के हवाले कर दिया उसके बाद जब पुलिस वालों ने लड़की को हिरासत में लिया तो कार में बैठे-बैठे ही बदसलूकी करते हुए एक वीडियो बनाने लग गए।
जिसमें कुल चार लोग शामिल थे। दो महिला पुलिस और दो पुलिस वाले उस लड़की के बदसलूकी करने लगे। उनमें से एक महिला ने कहा- पहले शर्म न आई अब क्यों चेहरा चुपा रखा है। तो दूसरे ने कहा तुझे- मुल्ला ही मिला था…।
इस पूरे वीडियो को शूट कर रहे पुलिस वाले ने बदतमीजी से कहा- ‘तुझे मुल्ला ज्यादा पसंद आ रहा है… हिंदू के होते हुए तू मुल्ला के साथ है… शर्म आनी चाहिए तुझे।’